Correspondent: GT Express | 22.07.2025 | Ghar Tak Express |
जयपुर, 21 जुलाई : अजमेर में हाल ही में हुई तेज़ बारिश के चलते शहर के कई हिस्सों में जलभराव की स्थिति उत्पन्न हो गई है। इसको गंभीरता से लेते हुए राजस्थान विधानसभा अध्यक्ष श्री वासुदेव देवनानी ने सोमवार को अजमेर के जलभराव वाले प्रमुख क्षेत्रों का दौरा कर स्थिति का जायजा लिया। दौरे के दौरान उन्होंने संबंधित अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिए कि राहत कार्यों में किसी प्रकार की लापरवाही न हो और उन्हें तत्परता व प्राथमिकता से पूर्ण किया जाए।
अनिल सामरिया, अधीक्षक डॉ. अरविंद खरे तथा अन्य अधिकारियों के साथ प्रभावित क्षेत्रों का दौरा किया और जलभराव के कारण हो रही परेशानियों को शीघ्र दूर करने के निर्देश दिए।
मेडिकल कॉलेज की स्थिति पर विशेष ध्यान
मड पम्प की संख्या बढ़ाने के निर्देश दिए ताकि जल्दी से जल्दी पानी निकाला जा सके।
इसके साथ ही, विधानसभा अध्यक्ष ने सार्वजनिक निर्माण विभाग (PWD) के अधिकारियों को निर्देशित किया कि कॉलेज परिसर में मौजूद जर्जर सीढ़ियों को तुरंत हटाया जाए, जिससे किसी भी प्रकार की दुर्घटना की आशंका न रहे। उन्होंने यह भी कहा कि चिकित्सा संस्थान में आने वाले मरीजों और उनके परिजनों की सुविधा सर्वोपरि होनी चाहिए।
आनासागर झील क्षेत्र की समीक्षा
इसके पश्चात विधानसभा अध्यक्ष ने सूचना केन्द्र चौराहे के पास स्थित आगरा गेट क्षेत्र का दौरा किया, जहां आनासागर झील से निकले पानी के कारण मार्ग अवरुद्ध हो गया था। श्री देवनानी ने स्थल का निरीक्षण करते हुए निर्देश दिए कि पुलिया की ऊंचाई तत्काल बढ़ाई जाए ताकि इस प्रकार की जलनिकासी के समय मार्ग बाधित न हो।
उन्होंने केसरबाग चौकी के पास की पुलिया और ‘पहचान’ शोरूम के सामने स्थित पुलिया को ऊंचा करने के निर्देश अधिकारियों को दिए ताकि भविष्य में जल निकासी की प्रक्रिया बाधित न हो और यातायात सुचारु रूप से चलता रहे।
प्रशासन को दिए सख्त निर्देश
दौरे के दौरान श्री देवनानी ने अधिकारियों को निर्देशित किया कि वे जलभराव प्रभावित क्षेत्रों की समयबद्ध रूप से मॉनिटरिंग करें और राहत कार्यों में कोई कोताही न बरती जाए। उन्होंने कहा कि चिकित्सा, यातायात, सार्वजनिक सुविधा और साफ-सफाई जैसे मुद्दों पर तुरंत कार्रवाई की आवश्यकता है।
उन्होंने बताया कि मॉनसून के इस समय में प्रशासन को पूर्णतः सक्रिय रहकर कार्य करना चाहिए, ताकि जनता को न्यूनतम असुविधा हो। साथ ही, उन्होंने यह भी सुनिश्चित करने को कहा कि जलभराव से प्रभावित इलाकों में स्वच्छता और मच्छरनाशक छिड़काव का कार्य तेजी से किया जाए।
अधिकारियों की उपस्थिति और प्रशासनिक समन्वय
डॉ. अनिल सामरिया, अधीक्षक डॉ. अरविंद खरे सहित नगर निगम और जिला प्रशासन के अन्य अधिकारी भी मौजूद थे।
दौरे के दौरान सभी अधिकारियों को संबंधित क्षेत्रों की स्थिति का त्वरित आकलन करने और उसके अनुरूप तात्कालिक एवं दीर्घकालिक समाधान लागू करने के निर्देश दिए गए।
श्री देवनानी ने कहा, “सार्वजनिक हित सर्वोपरि है। प्रशासन को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि ऐसे हालातों से निपटने के लिए न केवल तात्कालिक व्यवस्था हो, बल्कि स्थायी समाधान की दिशा में भी योजनाएं बनाई जाएं।”
जेएलएन मेडिकल कॉलेज
समस्या:
अजमेर स्थित जेएलएन (जवाहरलाल नेहरू) मेडिकल कॉलेज के परिसर में भारी बारिश के कारण गंभीर जलभराव की स्थिति उत्पन्न हो गई। जल निकासी की पर्याप्त व्यवस्था न होने के कारण मरीजों, चिकित्सकों और स्टाफ को आवागमन में कठिनाइयों का सामना करना पड़ा।
समाधान:
विधानसभा अध्यक्ष श्री वासुदेव देवनानी ने स्वयं मौके पर पहुंचकर स्थिति का जायजा लिया और संबंधित अधिकारियों को मड पम्प की संख्या बढ़ाने का निर्देश दिया ताकि जल निकासी की प्रक्रिया को तेज किया जा सके।
साथ ही, परिसर में मौजूद पुरानी और जर्जर सीढ़ियों को हटाने का आदेश दिया गया ताकि आने-जाने वालों को फिसलने या दुर्घटना का खतरा न रहे। सार्वजनिक निर्माण विभाग (PWD) को सीढ़ियों की मरम्मत अथवा प्रतिस्थापन हेतु त्वरित कार्यवाही करने के निर्देश दिए गए।
आगरा गेट (सूचना केंद्र चौराहा के पास)
समस्या:
आगरा गेट क्षेत्र, विशेषकर सूचना केन्द्र चौराहे के पास, हाल ही में आनासागर झील से भारी मात्रा में निकले पानी की वजह से प्रभावित हुआ। इस क्षेत्र की सड़क पर जल भर जाने के कारण आवागमन अवरुद्ध हो गया, जिससे स्थानीय लोगों, दुकानदारों और राहगीरों को परेशानी हुई।
समाधान:
श्री देवनानी ने स्थल का निरीक्षण करते हुए पुलिया की ऊंचाई बढ़ाने के आदेश दिए ताकि जल का बहाव बाधित न हो और सड़क जलमग्न न हो। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिया कि वे स्थायी समाधान के लिए पुलिया की बनावट और ढलान का पुनः मूल्यांकन करें तथा ज़रूरत पड़ने पर संरचनात्मक परिवर्तन किए जाएं।
केसरबाग चौकी के पास
समस्या:
इस क्षेत्र में भारी वर्षा के चलते जल निकासी की प्रक्रिया बाधित हो गई, जिससे सड़क पर पानी जमा हो गया और स्थानीय यातायात प्रभावित हुआ। क्षेत्र की निचली स्थिति और पुलिया की अपर्याप्त ऊंचाई इसकी मुख्य वजह रही।
समाधान:
निरीक्षण के दौरान यह पाया गया कि पुलिया पुरानी और अव्यवस्थित स्थिति में है। विधानसभा अध्यक्ष ने अधिकारियों को पुलिया के पुनर्निर्माण का प्रस्ताव तैयार करने का निर्देश दिया। उन्होंने यह भी कहा कि जल निकासी के लिए अतिरिक्त नालियों का प्रावधान किया जाए और भविष्य में ऐसी स्थिति से बचने हेतु स्थायी जल प्रबंधन योजना लागू की जाए।
क्षेत्र: पहचान शोरूम के पास
समस्या:
पहचान नामक शोरूम के समीप स्थित सड़क भी जलभराव के कारण पूरी तरह से अवरुद्ध हो गई। यहां की पुलिया अपेक्षाकृत नीची होने के कारण बारिश के पानी का बहाव बाधित हुआ और जलराशि सड़क पर फैल गई।
समाधान:
श्री देवनानी ने सार्वजनिक निर्माण विभाग (PWD) को तत्काल प्रभाव से इस पुलिया की ऊंचाई बढ़ाने के निर्देश दिए ताकि जल निकासी सामान्य हो सके और सड़क यातायात बहाल किया जा सके। अधिकारियों से यह भी कहा गया कि निकट भविष्य में ऐसी स्थिति की पुनरावृत्ति न हो, इसके लिए इंजीनियरिंग समाधान तैयार किया जाए।
Source : DIPR
प्रश्न 1: अजमेर में जलभराव की सबसे अधिक प्रभावित जगहें कौन-कौन सी रहीं?
उत्तर:
सबसे अधिक प्रभावित स्थानों में जेएलएन मेडिकल कॉलेज, आगरा गेट (सूचना केंद्र चौराहा), केसरबाग चौकी और पहचान शोरूम के पास का क्षेत्र शामिल हैं, जहाँ भारी जलभराव के कारण आवागमन और जनजीवन प्रभावित हुआ।
प्रश्न 2: विधानसभा अध्यक्ष श्री वासुदेव देवनानी का दौरा किन क्षेत्रों में हुआ?
उत्तर:
श्री देवनानी ने जलभराव से प्रभावित मेडिकल कॉलेज परिसर, सूचना केंद्र चौराहा के पास आगरा गेट, केसरबाग चौकी, और पहचान शोरूम के पास जैसे क्षेत्रों का दौरा किया और अधिकारियों को तात्कालिक कार्रवाई के निर्देश दिए।
प्रश्न 3: मेडिकल कॉलेज में जलभराव से निपटने के लिए क्या कदम उठाए गए?
उत्तर:
मेडिकल कॉलेज परिसर में मड पंप की संख्या बढ़ाई गई, जिससे जल निकासी की गति बढ़ाई जा सके। साथ ही, जर्जर सीढ़ियों को हटाने के निर्देश दिए गए ताकि मरीजों और उनके परिजनों की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके।
प्रश्न 4: आगरा गेट और आनासागर निकासी क्षेत्र में क्या समस्याएं थीं और समाधान क्या निकाला गया?
उत्तर:
यहाँ आनासागर झील से निकले पानी के कारण मुख्य मार्ग अवरुद्ध हो गया था। समाधान स्वरूप, पुलिया की ऊंचाई बढ़ाने और मार्ग के पुनर्निर्माण की योजना बनाई गई ताकि जल निकासी अवरुद्ध न हो।
प्रश्न 5: केसरबाग चौकी क्षेत्र में कौनसी समस्याएं सामने आईं?
उत्तर:
केसरबाग चौकी क्षेत्र में पुलिया की अपर्याप्त ऊंचाई के कारण जलनिकासी बाधित हुई, जिससे यातायात अवरुद्ध हो गया। समाधान के तहत पुलिया के पुनर्निर्माण और अतिरिक्त नालियों की व्यवस्था का निर्देश दिया गया।