प्रधानमंत्री मोदी का ब्राजील दौरा: भारतीय समुदाय द्वारा गर्मजोशी से स्वागत
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का ब्राजील दौरा केवल एक कूटनीतिक मिशन नहीं था, बल्कि यह भारतीय संस्कृति की वैश्विक उपस्थिति और प्रवासी भारतीयों के साथ उनके भावनात्मक जुड़ाव का प्रतीक भी बन गया। इस यात्रा की सबसे खास बात रही — ब्राजील में बसे भारतीय समुदाय द्वारा प्रधानमंत्री का गर्मजोशी से किया गया स्वागत।
इस लेख में हम विस्तार से जानेंगे कि कैसे यह स्वागत समारोह भारतीय मूल्यों, संस्कृति और प्रधानमंत्री मोदी के प्रभावशाली नेतृत्व को दर्शाता है।
ब्राजील दौरे की पृष्ठभूमि
ब्राजील की यह यात्रा G20 सम्मेलन के अवसर पर हुई थी, जहाँ विश्व के प्रमुख नेता वैश्विक आर्थिक और रणनीतिक विषयों पर चर्चा के लिए एकत्रित हुए थे। भारत और ब्राजील के संबंध ऐतिहासिक रूप से मधुर रहे हैं। दोनों देश BRICS, IBSA जैसे बहुपक्षीय मंचों के सदस्य हैं।
प्रधानमंत्री मोदी की यह यात्रा विशेष रूप से महत्वपूर्ण थी क्योंकि यह न केवल भारत-ब्राजील संबंधों को सुदृढ़ करने का अवसर था, बल्कि वैश्विक स्तर पर भारत की भूमिका को भी रेखांकित करता था।
भारतीय समुदाय का आयोजन
ब्राजील में बसे लगभग 10,000 से अधिक भारतीयों ने इस ऐतिहासिक मौके पर प्रधानमंत्री के स्वागत के लिए भव्य कार्यक्रम आयोजित किया। साओ पाउलो और रियो डी जेनेरियो जैसे प्रमुख शहरों से भारतीय मूल के लोग बड़ी संख्या में आए।
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पारंपरिक नृत्य और संगीत की प्रस्तुतियां
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‘भारत माता की जय’ और ‘वंदे मातरम्’ के नारों से गूंजता वातावरण
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बच्चों द्वारा संस्कृत में श्लोक पाठ
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प्रधानमंत्री को भेंट स्वरूप तुलसी माला और हस्तनिर्मित कलाकृतियां
प्रधानमंत्री मोदी ने मंच पर पहुँचते ही सबसे पहले समुदाय का हाथ जोड़कर अभिवादन किया और कहा:
“आप सबका यह प्यार और अपनापन मेरे लिए ऊर्जा का स्रोत है। आप यहाँ भारत का गौरव बढ़ा रहे हैं।”
🔷 प्रवासी भारतीयों के योगदान की सराहना
अपने भाषण में प्रधानमंत्री ने ब्राजील में रह रहे भारतीयों की उपलब्धियों की खुलकर सराहना की। उन्होंने कहा कि:
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भारतीयों ने स्वास्थ्य, शिक्षा, तकनीकी और व्यापार जैसे क्षेत्रों में उल्लेखनीय योगदान दिया है।
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वे ब्राजील और भारत के बीच एक जीवंत सेतु की तरह कार्य कर रहे हैं।
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प्रवासी भारतीयों ने जहां अपनी जड़ों से जुड़े रहकर भारतीयता को जिंदा रखा, वहीं ब्राजील की मुख्यधारा में घुल-मिल कर विकास में भागीदारी निभाई।
संस्कृति का संगम: भारत और ब्राजील
ब्राजील एक ऐसा देश है जहाँ विविधता और संस्कृति का बड़ा महत्व है — जो भारत से काफी मिलता-जुलता है। मोदी ने अपने भाषण में इस बात पर विशेष जोर दिया कि:
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ब्राजील और भारत दोनों ही विविध संस्कृतियों, भाषाओं और परंपराओं को संजोने वाले देश हैं।
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योग, आयुर्वेद और भारतीय खानपान को ब्राजील में तेजी से अपनाया जा रहा है।
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सांस्कृतिक विनिमय से दोनों देशों की जनता के बीच समझ और भाईचारा बढ़ा है।
प्रधानमंत्री का संदेश: “आप भारत की ताकत हैं”
मोदी ने अपने भाषण के दौरान यह स्पष्ट किया कि प्रवासी भारतीय न केवल आर्थिक शक्ति हैं बल्कि वे “भारत की आत्मा” का विस्तार भी हैं। उन्होंने समुदाय को संबोधित करते हुए कहा:
“आप जहाँ भी रहें, भारत आपकी आत्मा में होना चाहिए। आप भारत के संवेदनशील राजदूत हैं जो दुनिया में हमारी पहचान को मजबूत बना रहे हैं।”
उन्होंने यह भी जोड़ा कि सरकार प्रवासी भारतीयों से जुड़े मुद्दों को प्राथमिकता देती है और उनके लिए कई योजनाएं लाई गई हैं।
भारतीय छात्रों और युवा पेशेवरों के साथ संवाद
प्रधानमंत्री मोदी ने ब्राजील में पढ़ाई कर रहे भारतीय छात्रों और आईटी क्षेत्र में काम कर रहे युवा पेशेवरों से भी मुलाकात की। इस दौरान उन्होंने कहा:
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नई शिक्षा नीति (NEP) प्रवासी भारतीयों के लिए भी अवसरों के द्वार खोलेगी।
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भारत स्टार्टअप और इनोवेशन का ग्लोबल हब बन रहा है — आप इसमें सहभागी बनें।
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सरकार प्रवासी युवाओं को भारत लौटकर योगदान देने हेतु ‘रिवर्स ब्रेन ड्रेन’ को प्रोत्साहित कर रही है।
डिजिटल भारत और वैश्विक जुड़ाव
प्रधानमंत्री मोदी ने “डिजिटल इंडिया” अभियान की बात करते हुए बताया कि कैसे अब विदेशों में रहने वाले भारतीयों के लिए पासपोर्ट, वीज़ा, OCI, PAN जैसे कई सेवाएं ऑनलाइन उपलब्ध हैं। उन्होंने इसे “Digital Bharat for Global Bharatiyas” कहा।
विदेश नीति में प्रवासी भारतीयों की भूमिका
मोदी सरकार ने अपने कार्यकाल में प्रवासी भारतीयों को विदेश नीति का अहम हिस्सा माना है। प्रधानमंत्री ने कहा:
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प्रवासी भारतीयों की सहभागिता से देश की छवि विश्व में बेहतर हुई है।
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हर भारतीय विदेश में भी भारत की सॉफ्ट पॉवर को बढ़ाता है।
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सरकार ‘Know India Programme’, ‘Bharat Ko Janiye’, ‘Pravasi Bharatiya Divas’ जैसे कार्यक्रमों के ज़रिए समुदाय से निरंतर संवाद में है।
कूटनीतिक चर्चा: भारत-ब्राजील संबंधों को नई ऊंचाई
प्रधानमंत्री मोदी की यह यात्रा केवल भारतीय समुदाय से संवाद तक सीमित नहीं थी। उन्होंने ब्राजील के राष्ट्रपति लुइस इनासियो लूला दा सिल्वा से मुलाकात कर:
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व्यापार को $15 अरब तक पहुंचाने के रोडमैप पर चर्चा की
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रक्षा और अंतरिक्ष क्षेत्र में साझेदारी बढ़ाने पर सहमति
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दोनों देशों के बीच पर्यावरण और जलवायु परिवर्तन पर सहयोग बढ़ाने का निर्णय लिया
मीडिया और अंतर्राष्ट्रीय प्रतिक्रिया
प्रधानमंत्री मोदी के भाषण और ब्राजीलियन-इंडियन समुदाय से मुलाकात की खबरों ने स्थानीय मीडिया में काफी सराहना बटोरी। कई प्रमुख अखबारों ने इसे “ग्लोबल लीडर का हार्दिक स्वागत” बताया।
निष्कर्ष
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ब्राजील यात्रा इस बात का प्रमाण है कि भारत की वैश्विक कूटनीति अब केवल सरकारों तक सीमित नहीं रही, बल्कि यह प्रवासी भारतीयों के माध्यम से धरातल पर उतर चुकी है। भारतीय समुदाय द्वारा किया गया स्वागत न केवल भावनात्मक रूप से महत्वपूर्ण था, बल्कि यह भारत की ‘सांस्कृतिक कूटनीति’ की विजय भी थी।
इस यात्रा ने यह संदेश भी दिया कि भारत की शक्ति उसकी जनता में है — चाहे वे देश में हों या विदेश में।
1. ब्राजील में कितने भारतीय रहते हैं?
ब्राजील में लगभग 10,000 से अधिक भारतीय रहते हैं, जो मुख्य रूप से व्यवसाय, शिक्षा और चिकित्सा क्षेत्रों से जुड़े हैं।
2. प्रधानमंत्री मोदी ने ब्राजील में क्या कहा?
उन्होंने कहा, “आप भारत की आत्मा हैं। आप जहाँ भी रहें, भारत को अपने साथ लेकर चलें।”
3. भारत-ब्राजील व्यापार कितना है?
दोनों देशों के बीच लगभग 12-15 अरब डॉलर का वार्षिक व्यापार होता है।
4. ब्राजील में भारतीय संस्कृति का क्या प्रभाव है?
योग, आयुर्वेद, भारतीय भोजन और त्योहारों का प्रभाव तेजी से बढ़ रहा है।
5. क्या भारतीय छात्रों को ब्राजील में अवसर हैं?
हां, ब्राजील में उच्च शिक्षा, विशेषकर मेडिकल और रिसर्च क्षेत्र में भारतीय छात्रों के लिए अवसर हैं।