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आईएनएस तेग की सेशेल्स यात्रा: हिंद महासागर में भारत की बढ़ती समुद्री भागीदारी और कूटनीतिक संवाद का प्रतीक

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भारतीय नौसेना का फ्रंटलाइन स्टील्थ फ्रिगेट आईएनएस तेग (INS Teg) ने 26 जून से 2 जुलाई 2025 तक सेशेल्स के पोर्ट विक्टोरिया का सफलतापूर्वक दौरा किया। यह यात्रा न केवल सामरिक और परिचालन दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण रही, बल्कि इसने भारत और सेशेल्स के बीच सांस्कृतिक, सामाजिक और सामुद्रिक सहयोग को भी एक नई ऊंचाई दी। इस ऐतिहासिक दौरे में द्विपक्षीय बैठकें, संयुक्त अभ्यास, सांस्कृतिक कार्यक्रम, योग दिवस उत्सव, और समुद्री सुरक्षा के क्षेत्र में सहयोग जैसे कई पहलू शामिल रहे।


भारत-सेशेल्स समुद्री साझेदारी की पृष्ठभूमि

भारत और सेशेल्स के बीच समुद्री सहयोग की ऐतिहासिक पृष्ठभूमि दशकों पुरानी है। हिंद महासागर में सामरिक रूप से स्थित सेशेल्स भारत के लिए एक अहम रणनीतिक सहयोगी रहा है। भारत ने सेशेल्स को सैन्य सहायता, प्रशिक्षण, समुद्री निगरानी विमान और तटरक्षक उपकरण उपलब्ध कराए हैं। इस परिप्रेक्ष्य में आईएनएस तेग की यह यात्रा, इस गहन होते रक्षा-सहयोग को और मजबूत करने की दिशा में उठाया गया ठोस कदम है।


आईएनएस तेग की विशिष्टता

आईएनएस तेग भारतीय नौसेना की ‘तलवार’ श्रेणी की स्टील्थ फ्रिगेट है, जिसे रूस के सहयोग से बनाया गया है। यह युद्धपोत अत्याधुनिक हथियारों, रडार प्रणाली और ब्रह्मोस सुपरसोनिक मिसाइल जैसे खतरनाक हथियारों से सुसज्जित है। पश्चिमी नौसेना कमान के अंतर्गत कार्यरत यह जहाज भारत की समुद्री सुरक्षा और निगरानी का एक प्रमुख स्तंभ है।


26 जून 2025: पोर्ट विक्टोरिया में भव्य स्वागत

26 जून 2025 को जब आईएनएस तेग पोर्ट विक्टोरिया पहुंचा, तब उसका भव्य स्वागत किया गया। जहाज के कमांडिंग ऑफिसर ने सेशेल्स सरकार और रक्षा बलों के वरिष्ठ अधिकारियों से शिष्टाचार भेंट की, जिनमें सेशेल्स डिफेंस फोर्सेज (SPDF) के चीफ मेजर जनरल माइकल रोसेट, सेशेल्स के गृह मंत्री श्री सिल्वेस्ट्रे राडेगोंडे, और सेशेल्स स्थित भारत के उच्चायुक्त श्री कार्तिक पांडे शामिल थे।

इन मुलाकातों के दौरान, क्षेत्रीय सुरक्षा, समुंद्री निगरानी, प्रशिक्षण साझेदारी और संयुक्त अभ्यासों को लेकर गहन बातचीत हुई।


27-28 जून: जनसंपर्क और योग दिवस उत्सव

भारतीय संस्कृति के एक महत्वपूर्ण पहलू को उजागर करते हुए, 28 जून को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस का आयोजन आईएनएस तेग पर ही किया गया। इस वर्ष की थीम “एक पृथ्वी, एक स्वास्थ्य के लिए योग” थी।

इस आयोजन में सेशेल्स के नागरिक, भारतीय प्रवासी, उच्चायोग के अधिकारी और जहाज के कर्मी उत्साहपूर्वक शामिल हुए। योग की सार्वभौमिक अपील ने भारत की ‘सॉफ्ट पावर’ को मजबूती दी और सेशेल्स की जनता के बीच एक सकारात्मक प्रभाव डाला।

इस अवसर पर भारतीय नौसेना ने स्थानीय बच्चों और नागरिकों के लिए ओपन शिप डे भी आयोजित किया, जिसमें करीब 200 आगंतुकों ने आईएनएस तेग का दौरा किया और आधुनिक भारतीय नौसेना की क्षमताओं से अवगत हुए।


28 जून: सांस्कृतिक संध्या – भारतीय परंपरा की झलक

28 जून की शाम आईएनएस तेग पर एक भव्य सांस्कृतिक संध्या का आयोजन किया गया, जिसमें सेशेल्स सरकार, राजनयिक समुदाय और प्रवासी भारतीयों ने भाग लिया।

इस कार्यक्रम में शामिल प्रमुख अतिथियों में शामिल थे:

  • मेजर जनरल माइकल रोसेट (CDS)

  • विदेश और पर्यटन मंत्री

  • कृषि एवं सामुदायिक कार्य मंत्री

  • जापान, फ्रांस, अमेरिका, श्रीलंका और इंडोनेशिया के दूत

  • भारतीय उच्चायुक्त श्री कार्तिक पांडे

कार्यक्रम में भारतीय नौसेना के बैंड ने आकर्षक प्रस्तुतियां दीं, जहाज के जवानों ने पारंपरिक भारतीय नृत्य प्रस्तुत किया, और भोजन में स्वादिष्ट भारतीय व्यंजन परोसे गए। इस संध्या ने भारतीय संस्कृति की विविधता और सौहार्दपूर्ण संबंधों का परिचायक स्वरूप ग्रहण किया।


29 जून: सेशेल्स राष्ट्रीय दिवस पर परेड में भारतीय भागीदारी

29 जून 2025 को सेशेल्स का 49वां राष्ट्रीय दिवस मनाया गया। इस गौरवपूर्ण अवसर पर भारतीय नौसेना की मार्चिंग टुकड़ी और बैंड ने भव्य परेड में भाग लिया।

विशेष रूप से आईएनएस तेग के इंटीग्रल हेलीकॉप्टर द्वारा फ्लाई-पास्ट किया गया, जिसने समारोह में रोमांच का संचार कर दिया। भारतीय टुकड़ी की अनुशासनबद्ध मार्चिंग और उत्साह ने दर्शकों का दिल जीत लिया और सेशेल्स प्रशासन ने इसकी भूरि-भूरि प्रशंसा की।


30 जून – 2 जुलाई: संयुक्त ईईजेड निगरानी अभियान

30 जून से 2 जुलाई तक, आईएनएस तेग ने सेशेल्स कोस्ट गार्ड (SCG) के अधिकारियों को अपने साथ लेकर संयुक्त विशेष आर्थिक क्षेत्र (EEZ) निगरानी अभियान में भाग लिया।

इस अभियान का उद्देश्य था:

  • अवैध, अनियमित और अनियमित (IUU) मछली पकड़ने पर नजर

  • संपत्ति सुरक्षा और समुद्री संसाधनों की रक्षा

  • क्षेत्रीय समुद्री स्थिति की जानकारी एकत्रित करना

यह एक उल्लेखनीय उदाहरण है जिसमें भारतीय नौसेना ने किसी मित्र देश के संसाधनों की रक्षा में प्रत्यक्ष योगदान दिया, और एक जिम्मेदार समुद्री शक्ति के रूप में अपनी भूमिका को प्रमाणित किया।


भारत-सेशेल्स संबंधों में नया अध्याय

आईएनएस तेग की यात्रा कई दृष्टियों से ऐतिहासिक रही:

  • रणनीतिक समन्वय को मजबूती

  • सांस्कृतिक जुड़ाव का विस्तार

  • सैन्य सहयोग में नई ऊंचाइयों की प्राप्ति

  • युवाओं और नागरिकों में भारतीय नौसेना के प्रति जागरूकता

जहां एक ओर इस यात्रा ने सेशेल्स की समुद्री सुरक्षा क्षमताओं को बढ़ाने में मदद की, वहीं दूसरी ओर भारत की “सुरक्षित समुद्र, साझा समृद्धि” की अवधारणा को साकार रूप दिया।


भारत की हिंद महासागर नीति और ‘सागर’ विजन का हिस्सा

भारत की विदेश नीति में हिंद महासागर क्षेत्र (IOR) का विशेष महत्व है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा प्रतिपादित ‘SAGAR’ (Security and Growth for All in the Region) विजन का उद्देश्य है सभी पड़ोसी समुद्री देशों के साथ सुरक्षा और विकास का साझा वातावरण बनाना।

आईएनएस तेग की यह यात्रा इस नीति का जीवंत उदाहरण है – एक ऐसा कदम जिसमें भारत ने सैन्य, कूटनीतिक और मानवीय तीनों स्तरों पर सेशेल्स को सहयोग प्रदान किया।


सेशेल्स की प्रतिक्रिया और भारत के प्रति विश्वास

सेशेल्स के रक्षा प्रमुख और मंत्रियों ने इस यात्रा की भूरि-भूरि प्रशंसा की। भारतीय नौसेना की तत्परता, अनुशासन, और मित्रवत व्यवहार ने वहां की सरकार और जनता का दिल जीत लिया।

CDS माइकल रोसेट ने विशेष रूप से संयुक्त अभ्यासों और नियमित पोर्ट कॉल के माध्यम से क्षमता निर्माण पर प्रकाश डाला और भारत के साथ रक्षा सहयोग को सेशेल्स की सुरक्षा नीति का अहम हिस्सा बताया।


निष्कर्ष: समुद्री कूटनीति का नया अध्याय

आईएनएस तेग की सेशेल्स यात्रा केवल एक सैन्य दौरा नहीं था, बल्कि यह भारत की समुद्री कूटनीति, सांस्कृतिक संवाद और वैश्विक जिम्मेदारी का प्रतीक बनी। यह यात्रा दर्शाती है कि भारत अब केवल एक क्षेत्रीय शक्ति नहीं, बल्कि एक ऐसा राष्ट्र है जो अपने मित्र देशों के लिए वैश्विक सुरक्षा प्रदाता की भूमिका निभा रहा है।

जहां आईएनएस तेग का आगमन शक्ति का प्रतीक था, वहीं योग, संगीत, और संस्कृति के माध्यम से यह यात्रा मित्रता, सहयोग और साझा विकास की मिसाल बन गई।

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