Correspondent: GT Express | 26.07.2025 | Ghar Tak Express |
श्रीमती निर्मला सीतारमण ने की। इस ऐतिहासिक अवसर पर केंद्रीय वित्त राज्य मंत्री श्री पंकज चौधरी, राजस्व सचिव श्री अरविंद श्रीवास्तव, केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड (सीबीडीटी) के अध्यक्ष श्री रवि अग्रवाल, सीबीडीटी के सदस्यगण, वरिष्ठ अधिकारी एवं विभागीय कर्मचारी उपस्थित रहे।
आयकर दिवस पर ‘मधुकर’ शुभंकर का अनावरण
इस अवसर की विशेष उपलब्धि रही – आयकर विभाग के नए शुभंकर ‘मधुकर’ का अनावरण, जिसे करदाताओं और विभाग के बीच संवाद का नया सेतु माना जा रहा है। ‘मधुकर’ एक मधुमक्खी के रूप में प्रस्तुत किया गया है, जो परिश्रम, ईमानदारी और समर्पण का प्रतीक है।
2025 के लिए बदलाव की बुनियाद
अपने संबोधन में केंद्रीय वित्त मंत्री ने “आयकर विधेयक 2025” के प्रारूपण में आयकर विभाग द्वारा किए गए कार्यों की प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि इस विधेयक में प्रयुक्त सरल भाषा, कर प्रावधानों को जनसामान्य के लिए सुलभ और बोधगम्य बनाती है।
वित्त मंत्री ने यह भी बताया कि विभाग ने प्रवर समिति (Silct Committee) की सिफारिशों को संज्ञान में लेते हुए विधेयक को समय-सीमा के भीतर तैयार किया, जो विभाग की दक्षता और प्रतिबद्धता को दर्शाता है।
प्रमुख सुधारात्मक पहलें जो बनीं मिसाल
फेसलेस मूल्यांकन प्रणाली – पारदर्शिता व जवाबदेही बढ़ाने हेतु
करदाता चार्टर का कार्यान्वयन – अधिकारों की रक्षा हेतु
पहले से भरे हुए रिटर्न – सुविधा और रिफंड में तेजी
विवाद से विश्वास योजना – पुराने कर विवादों के समाधान हेतु
डेटा एनालिटिक्स आधारित अभियान – कर चोरी पर नियंत्रण
आयकर विधेयक 2025 का मसौदा – आगामी बदलावों की नींव
उन्होंने इन पहलों को “जनविश्वास निर्माण” की दिशा में एक सशक्त कदम बताया।
पांच प्रमुख फोकस क्षेत्र
वित्त मंत्री ने जून 2025 में आयोजित प्रधान मुख्य आयुक्तों के सम्मेलन में निर्धारित पाँच प्राथमिकताओं को दोहराया, जो विभाग के भावी दृष्टिकोण को परिभाषित करती हैं:
फेसलेस अपीलीय प्राधिकरण में लंबित मामलों का शीघ्र समाधान
छोटी अपीलों को तीन माह में पहचानकर वापस लेना
रिफंड प्रक्रिया में गति और शिकायतों का त्वरित समाधान
लंबित शिकायतों के मूल कारणों का विश्लेषण और समाधान
प्रदर्शन संकेतकों की समय-समय पर समीक्षा
सीतारमण
श्रीमती सीतारमण ने विभाग को निर्देशित किया कि वे समानुभूति, निष्पक्षता और व्यावसायिकता के साथ करदाताओं की सेवा करें। उन्होंने कहा कि “केवल नीति से नहीं, बल्कि आचरण से भी विश्वास अर्जित करना आवश्यक है।”
सरल और सुनिश्चित कर नीति ही भविष्य का मार्ग है
केंद्रीय वित्त राज्य मंत्री श्री पंकज चौधरी ने अपने वक्तव्य में कहा कि पिछले एक दशक में सरकार ने कर प्रणाली को सरल, सुनिश्चित और अनुपालक बनाने की दिशा में ठोस कदम उठाए हैं। उन्होंने तकनीक को अपनाकर करदाता सेवाओं में सुधार की भी भूरि-भूरि प्रशंसा की।
उन्होंने कहा कि नया आयकर विधेयक न केवल विशेषज्ञों के लिए बल्कि आम नागरिकों के लिए भी सुगम और स्पष्ट होगा।
मंच-आधारित संस्था की ओर परिवर्तन
राजस्व सचिव श्री अरविंद श्रीवास्तव ने अपने संबोधन में कहा कि आयकर विभाग अब एक नियम-आधारित संस्था से मंच-संचालित सेवा प्रदाता के रूप में बदल चुका है। उन्होंने फेसलेस मूल्यांकन से लेकर करदाता चार्टर तक की पहलों का विशेष उल्लेख किया।
उन्होंने उन्नत डेटा एनालिटिक्स, ई-सत्यापन और नज-अनुपालन प्रवर्तन को भविष्य की दिशा बताते हुए कहा कि इससे शिकायतों का तेजी से समाधान संभव होगा।
सीबीडीटी अध्यक्ष का स्वागत भाषण
सीबीडीटी अध्यक्ष श्री रवि अग्रवाल ने अपने स्वागत भाषण में विभाग की प्रगति और पारदर्शिता पर बल दिया। उन्होंने बताया कि कर प्रशासन अब विश्वास-आधारित प्रणाली बन गया है।
उन्होंने ‘नज अभियान’ का विशेष उल्लेख किया – जो करदाताओं को डेटा द्वारा मार्गदर्शन कर स्वैच्छिक अनुपालन के लिए प्रेरित करता है।
प्रेरणादायक अंत और सम्मान समारोह
सीबीडीटी के सदस्य श्री पंकज कुमार मिश्रा ने कर्मचारियों को विवेकपूर्ण दृष्टिकोण अपनाने, सहानुभूति से नियमों को लागू करने और प्रौद्योगिकी के साथ काम करने की प्रेरणा दी।
इस अवसर पर उत्कृष्ट सेवा के लिए विभाग के विभिन्न अधिकारियों को सम्मानित भी किया गया। माईगव पोर्टल पर आयोजित शुभंकर प्रतियोगिता के विजेताओं की भी घोषणा की गई।
श्रीमती निर्मला सीतारमण
(केंद्रीय वित्त एवं कॉरपोरेट कार्य मंत्री)
उन्होंने कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए विभाग को शुभकामनाएं दीं और आगामी आयकर सुधारों की दिशा में प्रेरणादायक मार्गदर्शन दिया।
श्री पंकज चौधरी
(केंद्रीय वित्त राज्य मंत्री)
उन्होंने सरकार की कर नीति में सरलता, सुनिश्चितता और पारदर्शिता लाने के प्रयासों को रेखांकित किया।
नया शुभंकर “मधुकर”
इस अवसर पर एक नए शुभंकर “मधुकर” का अनावरण किया गया, जो एक मधुमक्खी के रूप में करदाताओं और विभाग के बीच संवाद, समर्पण और सहयोग का प्रतीक है। यह शुभंकर विभाग की आधुनिक, तकनीक-सक्षम और करदाता-केंद्रित पहचान को उजागर करता है।
आयकर विधेयक 2025 की सराहना
वित्त मंत्री ने आगामी “आयकर विधेयक, 2025” के प्रारूपण के लिए आयकर विभाग की प्रतिबद्धता और समयबद्ध कार्य की सराहना की। इस विधेयक का उद्देश्य कर व्यवस्था को अधिक सरल, स्पष्ट और नागरिकों के लिए सुलभ बनाना है।
प्रमुख सुधारात्मक कदम (पिछले 5 वर्षों में)
फेसलेस मूल्यांकन प्रणाली – कर निर्धारण प्रक्रिया में पारदर्शिता और निष्पक्षता लाने के लिए
करदाता चार्टर का कार्यान्वयन – करदाताओं के अधिकारों और जिम्मेदारियों को स्पष्ट करने हेतु
पहले से भरे हुए आयकर रिटर्न – ई-फाइलिंग में सरलता और रिफंड की गति में सुधार
विवाद से विश्वास योजना – पुराने कर विवादों का शीघ्र और पारदर्शी समाधान
डेटा आधारित अभियान – कर चोरी की पहचान और कार्रवाई के लिए डेटा एनालिटिक्स का उपयोग
फेसलेस अपील प्रणाली और नज (NUDGE) तकनीक – तकनीक-सक्षम अनुपालन और मार्गदर्शन
विभाग की पांच प्रमुख प्राथमिकताएं (जून 2025 सम्मेलन में निर्धारित)
फेसलेस अपीलीय प्राधिकरण में लंबित विवादों के शीघ्र निपटान पर ध्यान केंद्रित करना
मौद्रिक सीमा से नीचे आने वाली अपीलों की पहचान और अगले तीन माह में उन्हें वापस लेना
रिफंड की समयबद्ध प्रक्रिया और शिकायतों के शीघ्र समाधान को प्राथमिकता देना
लंबित मामलों की मूल वजहों का विश्लेषण करके कार्यान्वयन योग्य रणनीतियों को लागू करना
विभागीय कार्य-प्रदर्शन संकेतकों (KPIs), विशेष रूप से शिकायत निवारण और अपीलीय आदेशों पर नियमित समीक्षा करना
Source : PIB
1. आयकर दिवस कब और क्यों मनाया जाता है?
उत्तर: आयकर दिवस हर वर्ष 26 जुलाई को मनाया जाता है। यह भारत में 1860 में पहली बार लागू किए गए आयकर कानून की स्मृति में मनाया जाता है। इसका उद्देश्य करदाताओं की भूमिका को सम्मानित करना और आयकर विभाग के योगदान को रेखांकित करना है।
2. 2025 में आयकर दिवस का कौन-सा संस्करण मनाया गया?
उत्तर: वर्ष 2025 में 166वां आयकर दिवस मनाया गया।
3. इस वर्ष (2025) आयकर दिवस समारोह का आयोजन कहाँ हुआ?
उत्तर: नई दिल्ली में आयोजित एक भव्य कार्यक्रम में यह समारोह संपन्न हुआ।
4. 166वें आयकर दिवस के अवसर पर कौन-कौन प्रमुख अतिथि उपस्थित थे?
उत्तर:
मुख्य अतिथि: श्रीमती निर्मला सीतारमण (केंद्रीय वित्त मंत्री)
विशेष अतिथि: श्री पंकज चौधरी (केंद्रीय वित्त राज्य मंत्री)
अन्य प्रमुख अधिकारी: श्री अरविंद श्रीवास्तव (राजस्व सचिव), श्री रवि अग्रवाल (सीबीडीटी अध्यक्ष)
5. इस अवसर पर कौन-सा नया शुभंकर लॉन्च किया गया?
उत्तर: इस अवसर पर नया आयकर शुभंकर “मधुकर” लॉन्च किया गया। यह एक मधुमक्खी के रूप में प्रस्तुत किया गया है, जो परिश्रम, ईमानदारी और समर्पण का प्रतीक है।