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गोरखपुर में बर्ड फ्लू का प्रकोप: चिड़ियाघर बंद, पोल्ट्री दुकानों पर रोक, प्रशासन सख्त मोड में

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गोरखपुर के चिड़ियाघर में बर्ड फ्लू (H5N1 और H9N2) के मामले की पुष्टि हुई है। इससे पहले, 7 मई को गोरखपुर चिड़ियाघर में एक बाघिन की बर्ड फ्लू के कारण मृत्यु हो गई थी। इसके बाद, राज्य सरकार ने सभी चिड़ियाघरों और एटा Lion Safari को बंद करने का आदेश दिया था। हालांकि, लखनऊ चिड़ियाघर और एटा Lion Safari 29 मई को फिर से खोल दिए गए हैं, क्योंकि वहां बर्ड फ्लू के कोई नए मामले नहीं पाए गए हैं। गोरखपुर चिड़ियाघर काे कबतक बन्द किया जायेगा ।

गोरखपुर में बर्ड फ्लू के मामलों के बढ़ने के कारण, प्रशासन ने सभी पोल्ट्री दुकानों को 21 दिनों के लिए बंद कर दिया है। इसके अलावा, संक्रमित क्षेत्रों के 1 किलोमीटर के दायरे में मुर्गियों को मारने की कार्रवाई शुरू कर दी गई है और संक्रमण फैलने से रोकने के लिए सैनिटाइजेशन अभियान चलाया जा रहा है

गोरखपुर चिड़ियाघर में बर्ड फ्लू के मामलों के कारण, वहां के सभी पक्षियों को मारने का आदेश दिया गया है। साथ ही, चिड़ियाघर में पक्षियों के बाड़ों को पूरी तरह से बंद कर दिया गया है और कर्मचारियों को पीपीई किट पहनकर काम करने के निर्देश दिए गए हैं

अभी तक, गोरखपुर चिड़ियाघर में बर्ड फ्लू के मामलों के कारण कोई मानव संक्रमण की सूचना नहीं मिली है। फिर भी, नागरिकों से अपील की गई है कि वे सतर्क रहें और प्रशासन के दिशा-निर्देशों का पालन करें।

गोरखपुर चिड़ियाघर को बर्ड फ्लू के मामलों के कारण 3 जून 2025 तक बंद रखने का आदेश दिया गया है। इस दौरान, चिड़ियाघर में सभी पक्षियों को मारने की प्रक्रिया (कुलिंग) जारी रहेगी, और संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए सैनिटाइजेशन अभियान चलाया जाएगा।

गौरतलब है कि गोरखपुर चिड़ियाघर में 7 मई 2025 को एक बाघिन की बर्ड फ्लू के कारण मृत्यु हो गई थी, जिसके बाद राज्य सरकार ने एहतियातन सभी चिड़ियाघरों को बंद करने का आदेश दिया था। हालांकि, लखनऊ और एटा के चिड़ियाघरों को 29 मई 2025 को खोल दिया गया था, क्योंकि वहां बर्ड फ्लू के कोई नए मामले नहीं पाए गए थे। लेकिन गोरखपुर चिड़ियाघर में संक्रमण के मामले जारी रहने के कारण इसे 3 जून तक बंद रखने का निर्णय लिया गया है।

गोरखपुर में बर्ड फ्लू के मामलों के बढ़ने के कारण, प्रशासन ने सभी पोल्ट्री दुकानों को 21 दिनों के लिए बंद कर दिया है। इसके अलावा, संक्रमित क्षेत्रों के 1 किलोमीटर के दायरे में मुर्गियों को मारने की कार्रवाई शुरू कर दी गई है और संक्रमण फैलने से रोकने के लिए सैनिटाइजेशन अभियान चलाया जा रहा है।

अभी तक, गोरखपुर चिड़ियाघर में बर्ड फ्लू के मामलों के कारण कोई मानव संक्रमण की सूचना नहीं मिली है। फिर भी, नागरिकों से अपील की गई है कि वे सतर्क रहें और प्रशासन के दिशा-निर्देशों का पालन करें।

गोरखपुर में बर्ड फ्लू के मामलों के मद्देनजर, जिला प्रशासन ने 31 मई 2025 से सभी पोल्ट्री दुकानों को 21 दिनों के लिए बंद करने का आदेश दिया है। यह निर्णय संक्रमण के फैलाव को रोकने और सार्वजनिक स्वास्थ्य की सुरक्षा के लिए लिया गया है। गोरखपुर के झुंगिया बाजार, तारामंडल, भगत चौराहा, अल्युमिनियम फैक्ट्री और शहीद अशफाकुल्ला खान चिड़ियाघर क्षेत्र में H5N1 और H9N2 वायरस की पुष्टि हुई है, जिसके बाद यह कदम उठाया गया है।

इस दौरान, प्रशासन ने संक्रमित क्षेत्रों के 1 किलोमीटर के दायरे में मुर्गियों को मारने की कार्रवाई शुरू कर दी है और संक्रमण फैलने से रोकने के लिए सैनिटाइजेशन अभियान चलाया जा रहा है। इसके अलावा, चिड़ियाघर में सभी पक्षियों को मारने का आदेश दिया गया है और बाड़ों को पूरी तरह से बंद कर दिया गया है। कर्मचारियों को पीपीई किट पहनकर काम करने के निर्देश दिए गए हैं।

गोरखपुर चिड़ियाघर को 3 जून 2025 तक बंद रखने का आदेश दिया गया है। लखनऊ और एटा के चिड़ियाघरों को 29 मई 2025 को खोल दिया गया था, क्योंकि वहां बर्ड फ्लू के कोई नए मामले नहीं पाए गए थे।

अभी तक, गोरखपुर चिड़ियाघर में बर्ड फ्लू के मामलों के कारण कोई मानव संक्रमण की सूचना नहीं मिली है। फिर भी, नागरिकों से अपील की गई है कि वे सतर्क रहें और प्रशासन के दिशा-निर्देशों का पालन करें

गोरखपुर में बर्ड फ्लू के मामलों के मद्देनजर, अब तक 1,328 पोल्ट्री सैंपल लिए गए हैं। इन सैंपलों की जांच राष्ट्रीय उच्च सुरक्षा पशुरोग संस्थान (NIHSAD), भोपाल द्वारा की गई, जिसमें H5N1 और H9N2 वायरस की पुष्टि हुई है। इसके अलावा, गोरखपुर-बस्ती मंडल से 1,470 सैंपल लिए गए हैं, जिनमें से अन्य फार्मों के सैंपल भारतीय पशु चिकित्सा अनुसंधान संस्थान (IVRI), इज्जतनगर, बरेली भेजे गए थे, जिनकी रिपोर्ट नकारात्मक आई है।

इन सैंपल्स के आधार पर, प्रशासन ने संक्रमण के फैलाव को रोकने के लिए त्वरित प्रतिक्रिया टीमें गठित की हैं और नियंत्रण कक्ष स्थापित किया है। इसके साथ ही, संक्रमित क्षेत्रों के 1 किलोमीटर के दायरे में मुर्गियों को मारने की कार्रवाई शुरू कर दी गई है और सैनिटाइजेशन अभियान चलाया जा रहा है।

गोरखपुर में बर्ड फ्लू के मामलों के कारण सभी पोल्ट्री दुकानों को 21 दिनों के लिए बंद कर दिया गया है। यह निर्णय संक्रमण के फैलाव को रोकने और सार्वजनिक स्वास्थ्य की सुरक्षा के लिए लिया गया है।

अभी तक, गोरखपुर में बर्ड फ्लू के मामलों के कारण कोई मानव संक्रमण की सूचना नहीं मिली है। फिर भी, नागरिकों से अपील की गई है कि वे सतर्क रहें और प्रशासन के दिशा-निर्देशों का पालन करें।

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