फिट इंडिया संडे

फिट इंडिया संडे ऑन साइकिल फिटनेस नशामुक्ति और जनभागीदारी का उत्सव

न्यूज़

Correspondent: GT Express | 21.07.2025 | Ghar Tak Express |

वाराणसी  दिनांक 20.07.2025 : वाराणसी स्थित बनारस हिंदू विश्वविद्यालय (बीएचयू) में ‘फिट इंडिया संडे ऑन साइकिल’ के 32वें संस्करण का समापन एक प्रेरणादायक जनसमूह, नशा-मुक्त भारत के आह्वान और सक्रिय जीवनशैली के भव्य उत्सव के साथ हुआ। इस ऐतिहासिक अवसर पर केंद्रीय युवा मामले एवं खेल मंत्री डॉ. मनसुख मांडविया स्वयं 3000 से अधिक प्रतिभागियों के साथ साइकिल चलाते नज़र आए। कार्यक्रम का आयोजन युवा कार्यक्रम एवं खेल मंत्रालय द्वारा विभिन्न शैक्षणिक और खेल संस्थाओं के सहयोग से किया गया।

इस अवसर पर डॉ. मांडविया ने युवाओं को नशे के विरुद्ध जागरूक करने और स्वस्थ जीवनशैली अपनाने का आह्वान करते हुए कहा, “एक स्वस्थ शरीर ही स्वस्थ मस्तिष्क को जन्म देता है और वही राष्ट्र को प्रगति की ओर ले जाता है। यह अभियान न केवल फिटनेस को बढ़ावा देता है बल्कि युवाओं को नशे के खिलाफ लामबंद भी करता है।” उन्होंने जोर देकर कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के ‘विकसित भारत’ के सपने की प्राप्ति तभी संभव है जब युवा वर्ग मानसिक और शारीरिक रूप से स्वस्थ रहेगा।

इस विशेष संस्करण में केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (CBSE), केंद्रीय विद्यालय संगठन (KVS), CISCE, DAV प्रबंधन समिति, नवोदय विद्यालय समिति और बाल भारती पब्लिक स्कूल जैसे प्रमुख शैक्षणिक संस्थानों ने भागीदारी निभाई। देश भर के 6000 से अधिक स्थानों पर विभिन्न आयु वर्ग के लोग इस अभियान में जुड़े। वाराणसी के बीएचयू परिसर से शुरू हुई साइकिल रैली सर सुंदरलाल अस्पताल, मालवीय भवन, बिड़ला छात्रावास, आईआईटी चौराहा और विश्वनाथ मंदिर से होकर वापस एम्फीथिएटर ग्राउंड पहुंची।

कार्यक्रम में मंत्री डॉ. मांडविया के साथ राज्य मंत्री श्रीमती रक्षा निखिल खडसे, उत्तर प्रदेश के खेल मंत्री श्री गिरीश चंद्र यादव, वाराणसी के तीनों विधानसभा क्षेत्रों के विधायकगण, मंडलायुक्त श्री एस. राजलिंगम, और SAI क्षेत्रीय निदेशक श्री आत्म प्रकाश सहित अनेक गणमान्य अतिथि उपस्थित थे। कार्यक्रम की भव्यता को और बढ़ाया योग, ध्यान, जुम्बा, और स्कूल गेम्स ज़ोन में आयोजित गतिविधियों ने। स्कूली बच्चों से लेकर वरिष्ठ नागरिकों तक, सभी में फिटनेस के लिए उत्साह देखने को मिला।

अन्य शहरों की भागीदारी

दिल्ली में इस सप्ताह के संस्करण में 300 से अधिक स्कूलों के 1000 से अधिक छात्रों ने भाग लिया। कार्यक्रम को अंतर्राष्ट्रीय साइकिलिस्ट एसो अल्बेन, मयूरी ल्यूट, और सुशीला अगाशे ने भी संबोधित किया, जिन्होंने बच्चों को प्रेरित किया कि कैसे साइकिलिंग जीवन का अभिन्न हिस्सा बन सकती है। एसो, जो 2022 एशियन चैंपियनशिप के कांस्य पदक विजेता हैं, ने अपने अनुभव साझा करते हुए कहा कि, “मैं हाल ही में अंडमान गया और वहाँ भी यह अभियान सक्रिय था – यह सच्चा जन आंदोलन बन चुका है।”

फिटनेस + फन एक अनूठा मेल

राहगीरी फाउंडेशन के सहयोग से आयोजित इस कार्यक्रम में सिर्फ साइक्लिंग ही नहीं, बल्कि रस्सी कूद, बैडमिंटन, कैरम, शतरंज, मिनी गोल्फ, लूडो, और यहां तक कि सांप-सीढ़ी |

मंत्री रक्षा खडसे का बयान

उन्होंने संवाददाताओं से कहा, “यह सिर्फ एक कार्यक्रम नहीं, बल्कि जन-जागृति का अभियान है। आज हजारों लोगों ने यह साबित किया कि राष्ट्र की प्रगति की बुनियाद फिट और नशामुक्त युवा ही हैं। हमें खुशी है कि इस पहल को पूरे देश से सकारात्मक प्रतिक्रिया मिल रही है।”

संगठनों का सक्रिय सहयोग

‘फिट इंडिया संडे ऑन साइकिल’ को सफल बनाने में भारतीय साइक्लिंग महासंघ (CFI), डॉ. शिखा गुप्ता की रोप स्किपिंग टीम, राहगीरी फाउंडेशन, माय बाइक्स, और माय भारत जैसे संगठनों की महत्वपूर्ण भूमिका रही। साथ ही, SAI के सभी क्षेत्रीय केंद्रों, NCOE, STC, KISCE और KIC में भी यह कार्यक्रम एकसाथ आयोजित किया गया।

राष्ट्रीय आंदोलन में परिवर्तित होता अभियान

यह कार्यक्रम अब सिर्फ सप्ताहिक आयोजन नहीं रहा, बल्कि एक राष्ट्रीय जन आंदोलन का रूप ले चुका है। यह पहल भारत के हर कोने से जुड़ रही है – चाहे वह उत्तराखंड के पर्वतीय स्कूल हों या कर्नाटक के ग्रामीण इलाके। युवाओं में आत्मनिर्भरता, अनुशासन और स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता बढ़ रही है।

युवा कार्यक्रम एवं खेल मंत्रालय ने आगामी महीनों में इस अभियान को और अधिक शहरों, स्कूलों और कॉलेजों तक पहुंचाने की योजना बनाई है। विशेष रूप से दूरदराज के आदिवासी क्षेत्रों और महिला महाविद्यालयों में फिटनेस और नशा-मुक्त जीवन का संदेश पहुंचाने के लिए विशेष संस्करण आयोजित किए जाएंगे।

संस्करण संख्या
यह अभियान का 32वां संस्करण था। इसका उद्देश्य युवाओं को नशे से दूर रखना और फिटनेस को जीवनशैली का हिस्सा बनाना रहा।

स्थान
मुख्य कार्यक्रम वाराणसी के बनारस हिंदू विश्वविद्यालय (बीएचयू) में हुआ।
साइकिल रैली सर सुंदरलाल अस्पताल, मालवीय भवन, आईआईटी चौराहा, बिड़ला छात्रावास और विश्वनाथ मंदिर होते हुए एम्फीथिएटर ग्राउंड पर समाप्त हुई।

भागीदारी
यह आयोजन देशभर में 6000 से अधिक स्थानों पर हुआ।
लाखों लोगों ने भाग लिया।
सिर्फ वाराणसी में ही 3000 से ज्यादा लोगों ने साइकिल चलाई।

प्रमुख अतिथि:

डॉ. मनसुख मांडविया (केंद्रीय खेल मंत्री)

रक्षा निखिल खडसे (राज्य मंत्री)

गिरीश चंद्र यादव (उत्तर प्रदेश के खेल मंत्री)

स्थानीय विधायक और अधिकारी भी उपस्थित रहे।

सहयोगी संस्थान

CBSE, KVS, CISCE, DAV कॉलेज, NVS, बाल भारती स्कूल आदि ने भाग लिया।

दिल्ली में भागीदारी

300 से अधिक स्कूलों के 1000 से ज्यादा छात्रों ने भाग लिया।

एसो अल्बेन, मयूरी ल्यूट, सुशीला अगाशे जैसे अंतरराष्ट्रीय साइक्लिस्ट ने भी हिस्सा लिया।

अन्य गतिविधियाँ

योग, ध्यान, जुम्बा, रस्सी कूद, बैडमिंटन

सांप-सीढ़ी, कैरम, शतरंज, लूडो, मिनी गोल्फ जैसे पारंपरिक खेल

हर उम्र के लोगों के लिए मनोरंजन और फिटनेस का आयोजन

मुख्य उद्देश्य

नशा-मुक्त भारत बनाना

देशभर में युवाओं में नशे की बढ़ती प्रवृत्ति एक गंभीर सामाजिक और स्वास्थ्य समस्या बन चुकी है।
फिट इंडिया संडे ऑन साइकिल’ जैसे कार्यक्रमों का उद्देश्य युवाओं को सकारात्मक गतिविधियों की ओर मोड़ना है, ताकि वे नशीले पदार्थों से दूर रहें।
इस कार्यक्रम के माध्यम से युवाओं को यह संदेश दिया गया कि स्वस्थ जीवनशैली, अनुशासन और खेलों में भागीदारी ही असली आनंद देती है, न कि नशे की आदतें।
साइक्लिंग जैसे शारीरिक व्यायाम को रोज़मर्रा की आदत बनाने से मन-मस्तिष्क दोनों सक्रिय रहते हैं, जिससे मानसिक तनाव और व्यसन की संभावना कम होती है।
यह अभियान एक सामूहिक प्रयास है – परिवार, विद्यालय, समाज और सरकार – सभी मिलकर एक नशा-मुक्त भारत के निर्माण की दिशा में काम कर रहे हैं।

स्वस्थ, फिट और जिम्मेदार युवा तैयार करना

भारत की जनसंख्या में युवाओं की संख्या सबसे अधिक है और उन्हें यदि सही दिशा दी जाए, तो वे राष्ट्र निर्माण में अहम भूमिका निभा सकते हैं।
इस अभियान का उद्देश्य युवाओं को सिर्फ शारीरिक रूप से स्वस्थ बनाना नहीं है, बल्कि मानसिक रूप से मजबूत, सामाजिक रूप से जिम्मेदार और नैतिक रूप से सजग बनाना भी है।
साइक्लिंग, योग, ध्यान, और पारंपरिक खेलों के माध्यम से युवाओं में टीमवर्क, अनुशासन, समय प्रबंधन और आत्म-नियंत्रण जैसे गुण विकसित होते हैं।
कार्यक्रम में बड़ी संख्या में छात्रों, युवाओं और शिक्षकों की भागीदारी यह दर्शाती है कि स्वास्थ्य के साथ-साथ नैतिक विकास को भी गंभीरता से लिया जा रहा है।
इस तरह यह अभियान एक नए भारत के निर्माण में भागीदारी करने वाले प्रेरित और जिम्मेदार युवाओं को तैयार करने की दिशा में अग्रसर है।

प्रधानमंत्री मोदी के ‘विकसित भारत’ के विज़न को आगे बढ़ाना

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा प्रस्तुत ‘विकसित भारत @2047’ का विज़न केवल आर्थिक या तकनीकी प्रगति तक सीमित नहीं है, बल्कि इसका मूल आधार है – स्वस्थ नागरिक, सशक्त समाज और आत्मनिर्भर युवा।
‘फिट इंडिया मूवमेंट’ और उसका अंग ‘संडे ऑन साइकिल’ इस विज़न की मूल आत्मा को जनता के बीच ले जाने का काम कर रहा है।
कार्यक्रम के माध्यम से हर उम्र, वर्ग और क्षेत्र के लोगों को यह समझाया गया कि एक स्वस्थ नागरिक ही देश की उत्पादकता और प्रगति का आधार बन सकता है।
फिटनेस, पर्यावरण संरक्षण (साइक्लिंग के माध्यम से), और सामूहिक चेतना – ये सभी पहलू विकसित भारत के निर्माण की दिशा में अहम योगदान देते हैं।
इस अभियान ने प्रधानमंत्री के “जनभागीदारी से जनआंदोलन” के मंत्र को जीवंत रूप दिया है, जिससे करोड़ों लोग एक सशक्त और समृद्ध भारत के लक्ष्य में सहभागी बन रहे हैं।

विशेष सहयोगी संगठन:

भारतीय साइक्लिंग महासंघ (CFI)

राहगीरी फाउंडेशन, माय बाइक्स, माय भारत

भारतीय खेल प्राधिकरण (SAI) के क्षेत्रीय केंद्र

 

Source : PIB

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