भारतीय सेना का एक दल आज फ्रांस के लिए रवाना
भारतीय सेना का एक दल आज फ्रांस के लिए रवाना हुआ है, जहाँ वह भारत और फ्रांस के बीच आयोजित होने वाले द्विवार्षिक संयुक्त सैन्य अभ्यास ‘SHAKTI’ के 8वें संस्करण में भाग लेगा। यह अभ्यास 18 जून 2025 से 1 जुलाई 2025 तक कैम्प लारज़ैक, ला कावालरी, फ्रांस में आयोजित किया जाएगा।
यह द्विपक्षीय सैन्य अभ्यास भारत और फ्रांस के बीच रक्षा सहयोग को सुदृढ़ करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है। यह अभ्यास आतंकवाद विरोधी अभियानों में साझा रणनीतियों, प्रशिक्षण पद्धतियों और सैनिकों के बीच तालमेल को बढ़ाने के उद्देश्य से आयोजित किया जाता है।
भारतीय दल:
भारतीय सेना की ओर से 90 सैनिकों का एक दल इस संयुक्त अभ्यास में भाग ले रहा है। इस दल का नेतृत्व जम्मू और कश्मीर राइफल्स की एक बटालियन कर रही है। इसके अलावा भारतीय थल सेना की अन्य शाखाओं और सेवाओं के अधिकारी व जवान भी इस दल में शामिल हैं।
फ्रांसीसी दल:
फ्रांसीसी सेना की ओर से भी 90 सैनिकों का दल इस अभ्यास में हिस्सा ले रहा है, जो कि प्रतिष्ठित 13वीं फॉरेन लीजन हाफ-ब्रिगेड (13th DBLE) के जवानों से सुसज्जित है। यह यूनिट फ्रांसीसी सेना की एक अत्यंत अनुभवी और प्रशिक्षित इकाई मानी जाती है।
अभ्यास के उद्देश्य और प्रमुख बिंदु:
-
आतंकवाद विरोधी अभियानों में संयुक्त रणनीति और युद्ध कौशल का आदान-प्रदान
-
शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में संचालन के लिए सामूहिक प्रशिक्षण
-
युद्ध स्थितियों में संवाद, समन्वय और नियंत्रण प्रणाली की एकरूपता
-
मानवीय सहायता और आपदा राहत अभियानों का अभ्यास
-
अंतर-संचालन क्षमता को बढ़ाना
SHAKTI अभ्यास का मुख्य उद्देश्य दोनों सेनाओं के बीच सामरिक समझ, प्रशिक्षण तकनीकों और संचालन की कार्यप्रणाली को साझा करना है ताकि भविष्य में किसी संयुक्त अभियान के दौरान बेहतर तालमेल स्थापित हो सके।
भारत-फ्रांस रक्षा संबंध:
भारत और फ्रांस के बीच दशकों से मजबूत रक्षा संबंध रहे हैं। दोनों देशों ने समय-समय पर रक्षा उपकरणों, सैन्य तकनीक, और संयुक्त अभ्यासों के माध्यम से सहयोग को प्रगाढ़ किया है। ‘SHAKTI’ अभ्यास इन संबंधों को और अधिक मजबूती प्रदान करता है।
पहली बार यह अभ्यास वर्ष 2011 में शुरू हुआ था और इसके बाद से यह हर दो वर्ष में बारी-बारी से भारत और फ्रांस में आयोजित किया जाता रहा है। पिछले संस्करण की मेज़बानी भारत ने की थी और इस बार फ्रांस इसका आयोजन कर रहा है।
निष्कर्ष:
भारत और फ्रांस की सेनाओं के बीच यह आठवाँ संयुक्त सैन्य अभ्यास दोनों देशों के सुरक्षा सहयोग को नई ऊंचाइयों तक ले जाने की दिशा में एक और मजबूत कदम है। इससे न केवल रणनीतिक साझेदारी सुदृढ़ होगी, बल्कि दोनों सेनाओं को वास्तविक समय की परिस्थितियों में एक-दूसरे के अनुभवों से सीखने का अवसर मिलेगा।
भारतीय दल का यह दौरा, वैश्विक सुरक्षा परिदृश्य में भारत की बढ़ती भूमिका और सैन्य कौशल के प्रति उसकी प्रतिबद्धता को भी दर्शाता है।
भारत-फ्रांस संयुक्त सैन्य अभ्यास ‘SHAKTI’ का 8वां संस्करण: एक विस्तृत नजर
भारत और फ्रांस ने एक बार फिर एक साथ आकर सैन्य कौशल, युद्ध कौशल, रणनीति और तालमेल सुधारने के लिए संयुक्त सैन्य अभ्यास “SHAKTI” किया है। इसका आठवां संस्करण इस बार फ्रांस में 15 जून 2025 से शुरू हुआ, जो लगभग 14 दिनों तक चला। इस अभ्यास ने एक बार फिर दर्शा दिया कि रक्षा और सुरक्षा सहयोग ने किस तरह से भारत-फ्रांस संबंधों का नया अध्याय लिखा है।
“SHAKTI” मुख्य रूप से एक द्विपक्षीय सैन्य अभ्यास है, जो हर दूसरे साल किया जाता है। इसका मुख्य लक्ष्य पहाड़ी युद्ध कौशल, असंतुलित इलाक़े या शांति स्थापना अभियानों (पीसकीपिंग ऑपरेशन) में एक साथ काम करना, एक दूसरे की युद्ध क्षमता, तकनीक, रणनीति, आदेश शृंखला और भूमिका तय करना है।
शांति स्थापना पर विशेष जोर
SHAKTI मुख्य रूप से शांति स्थापना अभियानों पर केंद्रित किया गया है, जहां भारतीय और फ्रांसीसी सैनिक शहरी युद्ध, पहाड़ी इलाक़े या घने वन क्षेत्रों जैसे मुश्किल परिवेश में एक साथ काम करना सीख रहे हैं। इसका मुख्य लक्ष्य शांति स्थापना या आतंकवाद निरोधक अभियानों ने दरमियान एकजुट होकर प्रतिक्रिया देने की क्षमता बढ़ाना है।
संयुक्त अभ्यास ने युद्ध कौशल, आदेश शृंखला, सूचनाओं का आदान-प्रदान, एक साथ योजना बनाने, घेराबंदी, कॉम्बैट पैट्रोल, कॉन्टॉर्ड असॉल्ट, सुरक्षा घेरा बनाने और शांति स्थापना बलों की भूमिका तय रखने जैसे विषयों पर विशेष रूप से जोर दिया।
शांति स्थापना पर केंद्रित कार्यक्रम
इस अभ्यास का मुख्य परिप्रेक्ष्य शांति स्थापना कार्यक्रम था, इसलिए इसका अधिकतर भाग शांति अभियानों, शांति बहाली, शांति सुरक्षा, नागरिक जीवन की सुरक्षा, घने इलाक़े या पहाड़ों पर शांति कायम रखने पर केंद्रित किया गया था।
संयुक्त बल ने शांति स्थापना पर आधारित परिदृश्य तैयार किया, जहां आतंकवादी समूह ने एक गांव पर कब्ज़ा किया हुआ था, शांति दल ने योजना, घेराबंदी, हमलावरों पर कार्रवाई, बंधकों की सुरक्षा, गांव पर नियंत्रण वापस लेने, साथ ही नागरिक जीवन की सुरक्षा सुनिश्चित किया।
पहाड़ी युद्ध कौशल
फ्रांसीसी आर्मी ने पहाड़ी युद्ध कौशल, चट्टानों पर चढ़ाई, ऊँचाई पर युद्ध संचालन, असंतुलित इलाक़े में नेविगेशन, रस्सियों और विशेष उपकरणों का उपयोग, घने वन या पहाड़ों में घुसने या बाहर निकलने की विधि पर विशेष जानकारी दी।
दूसरी तरफ, भारतीय सेना ने ऊँचाई वाले इलाक़े, घने वन, जैव विविध क्षेत्रों और पहाड़ पर स्थित गांवों या चौकियों पर संचालन का अपना अनुभवी ज्ञान फ्रांसीसी बलों साथ साझा किया। इसका मुख्य लक्ष्य एक दूसरे की विशेषताओं से अधिकतर फायदा उठाकर एक अधिक सक्षम, अधिक घाती बल निर्मित किया जा सके।
शांति स्थापना आदेश शृंखला
संयुक्त अभ्यास ने शांति स्थापना आदेश शृंखला (चेन ऑफ़ कमांड) पर भी विशेष बल दिया, ताकि मुश्किल स्थितियों या असंतुलित इलाक़े में आदेश एकजुट रहे, प्रतिक्रिया अधिक कारगर रहे, और शांति बल अधिक व्यवस्थित ढंग से काम कर सकें।
यह आदेश शृंखला मुख्यालय से गांव या शांति चौकी तक फैलने वाली आदेश प्रणाली पर केंद्रित थी, ताकि हर आदेश सही ढंग से सभी तक पहुंचे, कोई भ्रम या आदेश असंतुलन न रहे, और कारवाही अधिक प्रभावी रहे।
आतंकवाद निरोध कार्यक्रम
SHAKTI-8 ने आतंकवाद निरोध कार्यक्रम पर विशेष अभ्यास किया, जहां शांति दल ने शत्रुओं या घुसपैठियों का मुकाबला किया, उनके हथियार गिराकर गांव पर नियंत्रण किया, बंधकों की सुरक्षा सुनिश्चित किया, साथ ही शांति बहाल होने तक इलाक़े की घेराबंदी बनाए रखा।
यह कार्यक्रम शांति स्थापना आदेश, असंतुलित युद्ध कौशल, शांति बलों की भूमिका, आदेश शृंखला, तालमेल, सूचना आदान-प्रदान, पर्यावरण अनुकूल युद्ध कौशल, पहाड़ी युद्ध कौशल, शांति स्थापना रणनीति इत्यादि पर केंद्रित था।
आदान-प्रदान कार्यक्रम
अभ्यास ने एक दूसरे की आर्मी, उनके आदेश आदेश शृंखला, उनके हथियार प्रणाली, उनके कॉम्बैट स्किल्स, उनके शांति स्थापना आदेश अधिकतर आदान-प्रदान किए, ताकि एक बल दूसरे की सर्वश्रेष्ठ विधियों से प्रेरणा ले सके।
संयुक्त कार्यक्रम ने फ्रांसीसी आर्मी ने उनके उच्च स्तरीय युद्ध कौशल, विशेष शांति स्थापना आदेश शृंखला, शांति प्रयासों की योजना बनाने और उनके क्रियान्वयन का तरीका भारतीय दल साथ साझा किया। वहीँ भारतीय बल ने पहाड़ी युद्ध कौशल, असंतुलित इलाक़े या घने वनजंगल में संचालन, शांति आदेश शृंखला इत्यादि पर फ्रांसीसी बलों साथ जानकारी दी।
कार्यक्रम का रणनीतिक महत्व
SHAKTI 8 मुख्य रूप से शांति स्थापना, पहाड़ी युद्ध कौशल, आदेश शृंखला, असंतुलित स्थितियों या शांति प्रयासों ने दरमियान तालमेल बनाने पर केंद्रित था। इसका मुख्य लक्ष्य एक दूसरे की क्षमता, आदेश शृंखला, युद्ध कौशल, शांति आदेश, कॉम्बैट योजना इत्यादि का आदान-प्रदान करना था।
यह कार्यक्रम न केवल शांति स्थापना या पहाड़ी युद्ध कौशल तक ही सीमित था, बल्क़ि इसका एक रणनीतिक संदेश भी था – एकजुट होकर शांति बनाए रखने, आतंकवाद से मुकाबला देने, असंतुलित स्थितियों या शांति आदेश कार्यक्रमों ने कारगर भूमिका निभाने की क्षमता।
सुरक्षा संबंध अधिक मजबूत
भारत-फ्रांस शांति आदेश कार्यक्रम ने सुरक्षा संबंध अधिक मजबूत किए। इसका संदेश था कि अधिकतर स्थितियों या असंतुलित युद्ध वातावरण ने फ्रांस और भारत एक साथ काम कर सकते हैं, शांति कायम रखने या शांति आदेश कार्यक्रमों ने कारगर भूमिका तय किया जा सकता है।
यह कार्यक्रम एक तरह से एकजुट प्रयास था, जहां फ्रांसीसी और भारतीय बल ने एक साथ आकर शांति आदेश कार्यक्रम, असंतुलित स्थितियों या पहाड़ी युद्ध कौशल पर तालमेल किया। इसका लक्ष्य था एक अधिक सक्षम, अधिक कारगर शांति स्थापना बल निर्मित किया जाये, जो भविष्य में अधिकतर असंतुलित स्थितियों या शांति आदेश कार्यक्रमों ने कारगर भूमिका निभा सके।
निष्कर्ष
भारत-फ्रांस शांति आदेश कार्यक्रम SHAKTI 8 ने एक बार फिर यह दर्शा दिया कि शांति आदेश कार्यक्रम, असंतुलित स्थितियों या पहाड़ी युद्ध कौशल ने कारगर भूमिका तय किया जा सकता है। इसका मुख्य लक्ष्य एक साथ काम करना, एक दूसरे की विशेषताओं से प्रेरणा लेना, आदेश शृंखला, शांति आदेश कार्यक्रम, असंतुलित युद्ध कौशल इत्यादि पर तालमेल बिठाकर अधिक कारगर शांति आदेश बल निर्मित किया जाये।
यह कार्यक्रम मात्र एक सैन्य अभ्यास ही नहीं था, बल्क़ि यह एक संदेश था शांति, सुरक्षा और स्थिरता सुनिश्चित रखने का। इसका मुख्य लक्ष्य शांति आदेश कार्यक्रमों ने अधिक कारगर भूमिका तय करना, असंतुलित स्थितियों या पहाड़ी युद्ध कौशल ने अधिक सक्षम सुरक्षा प्रदान करना था।
2 thoughts on “भारत-फ्रांस संयुक्त सैन्य अभ्यास ‘SHAKTI’ के 8वें संस्करण में भाग लेने फ्रांस रवाना हुआ भारतीय सेना दल”